Thursday, January 30, 2020

मोहब्बत





बला सा रूप तेरा, मेरी नज़रों में समाना
बिन बताए फिर तेरा मुझे  मेरे दिल में  उतरना।
इन सब से तेरा  अनजान  होना , 
              कमबख्त मुझे तुझ से एक तरफा प्यार का होना

चांद सा चेहरा तेरा उस पर जुल्फों का आना,
तेरा उन्हें पकड़ना बाधना, फिर खोलना 
मेरा यूं तेरे को टकटकी लगा कर देखना ।
तेरी अदाओं पर मेरा पिघलना सांसो का थमना,
मेरे पर काबू ना होना 
         हाय कमबख्त मुझे एक तरफा मोहब्बत का होना

मेरी रूह में तेरा होना, तेरी हर बातों का अच्छा लगना
तेरी हर मुस्कुराहट पर मेरा पागल होना,
आये कोई नजदीक तेरी तो अंदर ही अंदर जलना,
 गुस्से से लाल होना।
पर बातों को दिल में दबाना,जमाना ना जान ना पाए, इसलिए किसी से कुछ ना कहना है।
       हाय कमबख्त मुझे तुझ से एक तरफा मोहब्बत का होना

नींद से बेवफाई करना ,मोहब्बतों की किताबें पढ़ना  हर पंक्ति  पर तुझको याद करना।
तुझ से चुराए हुए पैन को सीने से लगाना, फिर तेरा मेरे पास होने का एहसास होना।
            कमबख्त एक तरफा मोहब्बत का होना

अकेले बैठना, तेरी फोटो को देखना, तुझे याद करना।
 ख्वाब आना एक पल के लिए सही पर तू मेरी हमसफ़र होना तेरा मुझ पर अधिकार होना।
             कमबख्त मुझे तुझसे एकतरफा प्यार होना
                      
   गौरव कुमार खेड़ावत