लड़कियाँ
मनमोहित सी अप्सराएँ स्वयं चाँदनी स्वर्ण प्रतिमा
पृथ्वी पर आ पहुंची है, यह लड़कियाँ !!
जाल फेंकती अपने माया रूप यौवन का
फिर हँसती हँसती आखेट करती हम पुरुषों का ,यह लड़कियाँ !!!
लहर लास्य की राग लगाती अंग अंग अपने में
फिर आग लगाती हैं नर के सुप्त शांत जीवन में, यह लड़किया !!
नर के सुरपुर प्राणों में प्रमोद भरती हैं
बहुत निकट आकार, निकट पाकर, कामना से खींच कर, यह लड़कियाँ !!
पायल की वो जनकार सुनाती ,नयन सुख से ध्यान करवाती
फिर ह्रदय से उत्सर्जित रक्त में उबाल लाती है, यह लड़कियाँ !!
रूप रंग रस गन्ध पूर्ण साकार कमल
फिर कैसे बन्ध जाती हैं किसी एक नर के दो बाँहों मे,यह लड़कियाँ !!
अर्ध निद्रा में आकार विमुख प्रेम में जगाकर
हम से ये प्रेम कविताएं लिखवाती हैं, यह लड़कियाँ !!
हाय !! यह लड़कियाँ यह लड़कियाँ !!
गौरव कुमार खेड़ावत
बहुत सुंदर👌🏻
ReplyDeleteAwesome 👍
ReplyDeleteअदायो मे उलझाती यह लडकियॉ वफाओ मे रूलाती यह लडकियॉ ...😬
ReplyDelete#jiku