उसे याद तो मेरी आती होगी !
गुस्से में जब वो होती होगी, बात किसी से न करती होगी
बैठ कर अकेले वो गाने सुनती होगी
तब शायद उसे मेरी याद आती होगी
अमरूद जब खाती होगी, आईने में खुद को जब वो सवारती होती उस पेन से जब लिखती होगी, मेरी कॉपी को जब वो पढ़ती होगी तब शायद उसे मेरी याद आती होगी
बैठ कर अकेले वो गाने सुनती होगी
तब शायद उसे मेरी याद आती होगी
टैकनोलजी में जब फंसती होगी, घड़ी हाथ में जब वो
देखती होगी
अरे हिंदी में इसे ऐसे लिखते यह किसी को समझाती होगी
तब शायद उसे मेरी याद आती होगी
अरे हिंदी में इसे ऐसे लिखते यह किसी को समझाती होगी
तब शायद उसे मेरी याद आती होगी
उस सहेली से वो मिलती तो होगी , जो मेरे बारे में
जानती तो होगी
उससे वो पूछती तो होगी , की क्या हुआ उस कवि मित्र का
तो तुम चुप रहती होगी
तब शायद उसे मेरी याद आती होगी
उससे वो पूछती तो होगी , की क्या हुआ उस कवि मित्र का
तो तुम चुप रहती होगी
तब शायद उसे मेरी याद आती होगी
अब जो वो दूर फ़ोन से खाली
खाली रहती होगी,
तो भाभी पूछती तो होगी की क्या हुआ जी
बहाने जब वो बनाया करती होगी ,
तब शायद उसे मेरी याद आती होगी
तब मेरी याद आती
होगी

Osm thought yr
ReplyDeletethanks
DeleteGreat poetry 💯
ReplyDeletethank you
DeleteWa bhai wa 👌👌
ReplyDelete👌
ReplyDelete👌👌 dil jeet liya re tune to aaj
ReplyDeleteYo Bro 🤟 Well Written Keep it Up......Well Done 🤘💓😊😁💓🤘
ReplyDeleteYo Bro 🤟 Well Written Keep it Up......Well Done 🤘💓😊😁💓🤘
ReplyDeleteWaaah����
ReplyDeleteWaaah bohot khub👏👏👏
ReplyDeleteबहुत अच्छा...👌🏻👌🏻
ReplyDeleteSuperb yaara
ReplyDeleteOutstanding
ReplyDeleteSuper
ReplyDeleteGood! Keep iu uppppppp
ReplyDelete72trin & jbr10
ReplyDeleteBhot hard
ReplyDeleteNice brother
ReplyDeleteYe pd kr to kisi ko bhi yad aa jaye ��❤️ #_jise vo chahte h unki_#
ReplyDeleteEa lgta h puri ki puri poem hi mere liye likhi hui h☺️ aapne likhi kisi or ke liye h beshk but fir bhi Thank you 🤗
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